
कुलदीप शर्मा
बिलासपुर – अचानकमार के जंगलों में नये माहौल के बिच अपनी नई पारी शुरू करने जा रही सूरजपुर जिले की आदमखोर बाघिन जिसनें वहां 2 युवकों और मवेशियों को अपना शिकार बनाई थी उसे ATR में छोड़ दिया गया है। वन विभाग के अधिकारी इस पर रेडियो कॉलर से नजर रखेंगे।
अचानकमार टाइगर रिजर्व में आदमखोर बाघिन को जंगल के अंदर शनिवार को तड़के छोड़ा गया है। इसे बीते 28 मार्च को सूरजपुर के ओड़गी इलाके के जंगल से रेस्क्यू किया गया था। इस आदमखोर बाघिन ने इसी साल 27 मार्च को सूरजपुर के कालामांजन इलाके में 3 युवकों पर हमला कर दिया था। जिसमें दो युवकों की मौत हो गई थी, जबकि तीसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था। युवकों पर इस बाघिन ने जब हमला किया, उसी दौरान युवकों ने भी अपनी जान बचाने के लिए बाघिन के सिर के पर कुल्हाड़ी से वार किया था। जिससे बाघिन भी गंभीर रूप से घायल हो गई थी।

इसके बाद कुमकी हाथी, डॉक्टरों और एक्सपर्ट की टीम की मदद से बाघिन को ट्रैंकुलाइज किया गया था। इसके बाद उसका प्राथमिक उपचार किया गया। बेहतर इलाज के लिए रायपुर के जंगल सफारी भेजा गया था। जब वो स्वस्थ हो गई, तो शनिवार 29 अप्रैल को उसे ATR के कोर एरिया में छोड़ दिया गया है। जिस वक्त बाघिन को केज से बाहर निकाला गया, केज से बाहर निकलते ही बाघिन बारिश के बावजूद जंगल की ओर निकल गई।
जिस वक्त अचानकमार टाइगर रिजर्व के जंगल में बाघिन को छोड़ा गया उस वक्त एपीसीसीएफ, वाइल्डलाइफ और अचानकमार डीएफओ समेत एटीआर प्रबंधन के कई अधिकारी मौके पर मौजूद थे। और उस पर नजर रखे हुए थे बाघिन भी चारों ओर देखते हुए अपने नये जंगल की ओर चली गई बाघिन की हर एक्टीविटी पर Atr प्रबंधन की नजर रहेगी ।
