
मृतक के परिजनों नें किडनी चोरी का आरोप लगाते हुए कलेक्टर और एसपी से शिकायत की
बिलासपुर – ये सनसनीखेज पूरा मामला है बिलासपुर के प्रथम हाॅस्पिटल का है। मामला शुरू होता है 14.04.2023 को पचपेडी निवासी धरमदास मानिकपुरी और उनके बेटे दुर्गेश मानिकपुरी के एक्सिडेंट के बाद से । धरमदास और दुर्गेश 14 तारीख को अपने घर से शादी का कार्ड बांटने निकलते हैं और उनका एक वाहन से एक्सिडेंट हो जाता है ।

दुर्घटना के बाद धरमदास और दुर्गेश को बिलासपुर के स्वास्तिक अस्पताल में भर्ती कराया गया । अगले दिन परिजनों ने दोनों को और बेहतर ईलाज के लिए प्रथम हास्पीटल में भर्ती कराया लेकिन यहां उनका अनुभव काफी खराब रहा ।मृतक के बेटे सोमदास का कहना है कि डा रजनीश पांडेय ने मेरे पिताजी का ईलाज शुरू करने के पहले कहा कि ईलाज करते हैं ठीक हो जाएंगे । 15 तारीख से मेरे पिताजी का ईलजा वहां चल रहा था लेकिन 21.04.2023 को साढ़े दस बजे के लगभग डा रजनीश पांडेय ने बताया कि उनके पिता की मृत्यु हो गई है ।

हमने मृत्यु प्रमाण पत्र और उनके ईलाज से संबंधित सभी दस्तावेज मांगे तो उन्होंने बाद में देने की बात कही । उसके बाद प्रथम हास्पीटल के ही एम्बुलेंस से शव का गांव ले जाया गया । क्रिया कर्म के दौरान मेरे पिताजी के पेट के बगल में एक चीरे का निशान दिखाई दिया जिसे गांव के कई लोगों ने देखा । हमें आशंका है कि प्रथम हास्पीटल ने आपरेशन करके मेरे पिताजी की किडनी को निकाल लिया है ।

बिलासपुर स्थित प्रथम हाॅस्पिटल पर किडनी चोरी करने का गंभीर आरोप लगा हेै । मृतक के परिजनों का कहना है कि अस्पताल के डाक्टर रजनीश पांडेय ने उनसे कई बाते छुपाई और हर बार जानकारी देने की बजाए टाल मटोल करते रहे । परिजनों का ये भी कहना है कि मृत्यु के पश्चात उन्हीं के हास्पीटल की एम्बुलेंस से शव का गांव लाया गया था जबकि अब डा रजनीश पांडेय ये कह रहे हैं कि उन्हें रिफर कर दिया गया था । वैसे प्रथम हास्पीटलका विवादों से नाता है पहले भी इलाज में लापरवाही बरतने के आरोप लगे है ।
मृतक के बेटे सोमदास ने तीन पेज का आवेदन कलेक्टर और एस पी को देते हुए पूरे बात की जानकारी दी है तथा शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की है ।
