छत्तीसगढ़बिलासपुर

कोटा जनपद के एक और पंचायत का कारनामा आया सामने 

सचिव दुर्जन साहू सस्पेंड,, 

सीईओ नें सरपंच के खिलाफ धारा 40 की कारवाई के लिए एसडीएम को लिखा पत्र 

बिलासपुर – कोटा जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में इन दिनों भ्रष्टाचार परत दर परत खुलते जा रहा है कोटा जनपद की 101 ग्राम पंचायतों में कई ग्राम पंचायतों के मामले उजागर होने के बाद भी कार्यवाही में लेट लतीफी हुई है तो वही कुछ पंचायतों पर कार्यवाही हई है जिससे घोटाले बाज सरपंच सचिव दहशत में है अभी भी कई पंचायतों में बेखौफ घोटाला किया जा रहा है जिनमें कुछ पंचायतों की जानकारी हम तक पहुंची है जिसकी परत जल्द खुलेगी l

ग्राम पंचायत करगीखुर्द में सरपंच और सचिव ने मिलकर कोरोना काल का फायदा उठाकर जमकर भ्रष्टाचार को अंजाम दिये लाखों के फर्जी बिल बाउचर लगाकर सरकारी पैसे और पंचायत फंड का जमकर दुरूपयोग करते रहे  l जांच 24 लाख 70 हजार रुपये के भष्टाचार सामने आया है। इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कराई गई। शिकायत की पुष्टि होने पर जिला पंचायत सीईओ अजय अग्रवाल ने सचिव दुर्जन साहू को निलंबित कर दिया है। वहीं सरपंच को हटाने के लिए धारा 40 की कार्रवाई करने कोटा एसडीएम को पत्र लिखा है।

कोटा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत करगीखुर्द के महिला सरपंच नंदनी लालू यादव और सचिव दुर्जन साहू ने मिलकर क्वारंटाइन में रह रहे मजदूरों के भोजन के नाम पर लाखों रुपये की गड़बड़ी की। पहली लहर के दौरान आठ मई 2020 से 19 मई 2020 को बाहरी प्रांतों से 93 श्रमिक लौटे। इन्हें गांव के स्कूल में क्वारंटाइन किया गया। ग्राम पंचायत ने इनके भोजन में पांच लाख 52 हजार 982 रुपये खर्च होना बताया।

पंचायत के पास भोजन में खर्च की गई राशि का कोई दस्तावेज नहीं है। इसके अलावा उपस्थिति पंजी में कितने श्रमिकों को कब—कब रखा गया इसका भी उल्लेख नहीं है। साथ ही पंचायत में आवश्यक कार्य के लिए पंचायत फंड का प्रविधान है। करगीखुर्द को भी चार लाख 84 हजार 640 रुपये मिले थे। नियमत: इसे बैंक में जमा कराना था, लेकिन सरपंच और सचिव ने मिलकर राशि खर्च कर दी।

मामले की शिकायत के बाद इसकी जांच कराई गई। इसमें गड़बड़ी उजागर हुई है। बीते दिनों जांच रिपोर्ट जिला पंचायत सीईओ अजय अग्रवाल को सौंपी थी। उन्होंने पंचायत सचिव दुर्जन साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। नियमानुसार जीवन निर्वहन भत्ता दिया जाएगा। सरपंच को पद से हटाने धारा 40 के तहत कार्रवाई करने एसडीएम को पत्र लिखा गया है।

अभी भी कई पंचायत के चालाक सचिव फर्जी बिल लगाकर लाखों का आहरण कर रहे है एक ही काम के कई फर्जी बिल लगाकर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे है जिसकी जानकारी हमें पंचायत के ग्रामीणों के माध्यम एवं आरटीआई से प्राप्त हो रही जिसे तथ्यों के साथ जल्द ही उजागर किया जाएगा l

SURAJ GUPTA

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