
कन्या छात्रावास कोटा की छात्राओं ने मैडम की ज्यादतियों के खिलाफ खोला मोर्चा ।
नायब तहसीलदार और एबीओ नें की पूरे मामले की जांच
बिलासपुर – दुरस्थ अंचलों में रह कर पढ़ने वाली छात्राओं के लिए सरकार ने शहरों में छात्रावास की व्यवस्था की है जहां रहकर गांव की छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त करें । छात्रावास में व्यवस्थाओं के बेहतर संचालन के लिए सरकार यहां अधीक्षिका की भी नियुक्ति करती है लेकिन जब अधीक्षिका ही छात्रावास के प्रबंधन और व्यवस्थाओं से खिलवाड़ करने लग जाए तो फिर छात्राओं को मजबूरन छात्रावास से बाहर आकर ये शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंचानी पड़ती है ।


पूरा मामला कोटा स्थिति सौ सीटर कन्या छात्रावास का है । छात्रावास की लगभग दो दर्जन छात्राओं ने आज यहां की अधीक्षिका शीला शर्मा पर गंभीर आरोप लगाते हुए विकासखंड शिक्षा अधिकारी , अनुविभागीय अधिकारी के अलावा प्रदेश के मुख्यमंत्री तक से इसकी शिकायत की है ।
छात्राओं का कहना था कि मैडम के द्वारा उन्हें साबून सर्फ भी पैसे में दिया जाता है तथा रजिस्टर में साईन करवा लिया जाता है । मैडम अपने कपड़े तक हमसे धुलवाती है । यदि हम ऐसा करने से मना करते हैं हमें धमकी दिया जाता है कि यहां से बाहर कर दिया जाएगा ।स्वास्थगत समस्या होने पर मैडम हास्पिटल लेके नही जाती हमे ही जाना पडता है l
छात्राओं का ये भी कहना था कि उनसे समय समय पर मेंटनेंस के नाम पर पैसे भी लिए जाते छात्राओं का ये भी आरोप था कि छात्रावास में अधीक्षिका के द्वारा उन्हें मेन्यू के अनुसार खाना नहीं दिया जा रहा है । जिस दिन दाल बनती है उस दिन सब्जी नहीं और जिस दिन सब्जी बनती है उस दिन दाल नहीं । इसके अलावा यहां पीने के पानी की भी समस्या है तथा दूषित पानी छात्राओं को पीने के लिए रहता है जबकि मैडम अपने लिए बाहर से पानी मंगवा लेती है । छात्राओं ने जो सबसे गंभीर आरोप लगाया है वो ये है कि छात्रावास में मैडम के पति रात में भी छात्रावास में ही रूकते हैं l
जिन बिन्दुओ पर शिकायत मिली थी वो जांच में सही पाया गया है हमने सभी से बात की है शिकायत सही मिली है अब जांच रिपोर्ट एसडीएम सर को कार्यवाही के लिए सौंपी जाएगी – रोशनी कंवर नायब तहसीलदार कोटा
आज सुबह कन्या छात्रावास की बहुत सी छात्राएं अधिक्षिका की शिकायत लेकर आफिस आई थी हमने दो एबीओ मैडम को जांच में भेजा है l चूंकी विभाग दुसरा हो जाता है जांच रिपोर्ट ट्राईबल विभाग को भेज दी जाएगी – विजय टांडे बीईओ कोटा




















