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कोटा के संग्राम में कांग्रेस भाजपा और छजका तीनों है मैदान में
रहेगी कांटे की टक्कर; बीजेपी-कांग्रेस ने झौंकी ताकत
@करगीरोड कोटा – छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी बिगुल बज चुका है। दो चरणों में चुनाव कराए जाएंगे। 7 नवंबर को पहला चरण और 17 नवंबर को दूसरे चरण में चुनाव कराए जाएंगे। वहीं 3 दिसंबर को मतगणना होगी। ऐसे में प्रदेश की महत्वपूर्ण सीट कोटा से बीजेपी , कांग्रेस और छजका के बीच कांटे की टक्कर रहेगी। इस बार के चुनाव में जहां कांग्रेस के सामने सरकार बचाने की चुनौती रहेगी। वहीं बीजेपी एक बार फिर राज्य की सत्ता में आने की पूरजोर कोशिश करेगी। तो वही छजका अपना अस्तित्व कायम करने की पूरी तैयारी में है l
कोटा जोगी परिवार के किले के रूप में जाना जाता है। 2006 के उपचुनाव से लेकर अब तक छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेता स्व. अजीत जोगी की पत्नि रेणु जोगी कोटा से विधायक रही हैं। उससे पहले ये सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। ऐसे में 2023 के चुनाव में कोटा का किला फतह करना बीजेपी और कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है।
कोटा बिलासपुर जिले की महत्वपूर्ण सीट है। आजादी के बाद से आज तक कोटा विधानसभा यहां कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा है। इस रिकॉर्ड को पहली बार पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से अलग हुई अजित जोगी की स्वयं की पार्टी से रेणु जोगी ने 2018 में चुनाव जीता और छजका के खाते में कोटा सीट आई, लेकिन कोटा के इतिहास में अब तक यहां ‘कमल’ नहीं खिल पाया है।
इस बार बीजेपी ने यहां से स्व. दिलीप सिंह जूदेव के बेटे प्रबल प्रताप जूदेव को मौका दिया है।
वहीं कांग्रेस ने कोटा की लड़ाई में अटल श्रीवास्तव को उतारा है। अटल सीएम भूपेश बघेल के काफी करीबी माने जाते है l
और छजका से फिर इस बार मैडम जोगी चुनाव लड रही है तो यहां फिर से त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा l