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वेलकम फैक्ट्री की चिमनी से निकला धुआं एवं राखड़ हवा में मिलकर फसल और खेत को पहुंचा रहा नुकसान
ग्रामीणों नें कहा राखड डस्ट से फसल काटनें में होती है दिक्कत
बेपरवाह… वेलकम डिस्टलरीज प्रबंधन
@कोटा – बिलासपुर जिले के छेरकाबांधा स्थित वेलकम डिस्टलरीज शराब फैक्ट्री काफी सुर्खियों में है और इसका मुख्य कारण प्रबंधन की लापरवाही और मनमाना रवैय्या जिसके कारण स्कूली बच्चे , आमजन , किसान सब परेशान है l
वेलकम डिस्टिलरीज शराब फैक्ट्री की चिमनी से निकला धुआं एवं राखड़ हवा में मिलकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं और गंदे पानी से फसलें बर्बाद हो रही है फैक्ट्रि से निकलते प्रदूषण से फसलें तो खराब हो रही हैं, साथ ही आस पास के इलाके में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है l चिमनी से निकले राखड़ हवा में घुलकर खेत और फसलों में जम जाते है जिससे किसानों को फसल काटते समय राखड़ डस्ट उडकर आंखों में चला जाता है आंख में राखड़ डस्ट के जाने से जलन की समस्या होती है l और खेतों में पूरा राखड़ जमा हो जाता है खेत पूरा काला हो जाता है और फसल भी कम होती है ग्रामवासियों ने कई बार स्थानीय प्रशासन से शिकायत भी की है, लेकिन कोई असर नही हुआ तो वहीं पर्यावरण और प्रदुषण नियंत्रण विभाग भी पल्ला झाड़ लेते है जिससे ग्रामीणों आक्रोष पनप रहा है l ग्रामीण इसकी शिकायत फिर से करने वाले है l
ग्रामीणों नें बताया कि ग्राम पंचायत छेरकाबांधा में वेलकम फैक्ट्री से लगभग 50 एकड़ खेती प्रभावित होती है दुसरी ओर प्लांट के आसपास सब्जी भाजी लगाने वाले किसान भी इससे प्रभावित है जो राखड़ डस्ट और प्रदुषण की मार झेल रहे है और सबसे अधिक धान की फसल लगाने वाले किसान l
स्थानीय निवासी पंचराम साहू एवं अन्य ग्रामवासियों नें बताया कि फैक्ट्री की चिमनी से निकले राखड़ से फसल काटनें में बहुत दिक्कत होती है आंख में राखड़ के डस्ट चले जाते है जिसकी वजह से कुछ जगह की फसल भी छोड़ देते है इसके साथ ही फसल की पैदावार में भी फरक पडा़ है खेत में राबिस जमा होने के कारण l वेलकम प्रबंधन की मनमानी के चलते स्कूली बच्चे भी बदबू से परेशान थे तालाब में गंदा पानी बहाने कई समाचार मिडिया में आने के बाद तहसीलदार साहब नें जांच की थी जो सही पाया गया था लेकिन वेलकम के रसूख के चलते कुछ नही हुआ l अचार सहिंता हटने के बाद हम ग्रामवासी उपर तक शिकायत करेंगे l
बहरहाल चिमनी से निकलने वाले राखड़ की रोकथाम के लिए प्रबंधन कोई ठोस कदम नही उठा रहा और पर्यावरण और प्रदुषण नियंत्रण विभाग की अनदेखी से समस्या विक्राल होते जा रही है l
कैसे प्लांट से निकला दूषित गंदा पानी सैकडों एकड़ खेतों से होकर खरगैहनी नाले में गिराया जाता है और प्रदुषण फैलाता है – अगले अंक में…..