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आठ माह से जर्जर स्थिति में सरकारी स्कूल ,, सुध लेने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी नही
जनप्रतिनिधि और विकासखंड शिक्षा अधिकारी भी अभी तक इसे नही करा सके ठिक
@kuldeep sharmaकोटा – सरकारी स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति यहां पढ़ने वाले बच्चों के साथ पदस्थ शिक्षकों के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो रही है। बारिश के दौरान इन भवनों से रिसने वाले पानी की वजह से गीले फर्स में बैठकर बच्चों को पढ़ना पड़ा था और अब ठंड और गर्मी में भी बच्चे परेशान होंगे l
कोटा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 14 धरमपुरा में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला भवन का शेड मई में आई आंधी तूफान के कारण अस्त व्यस्त हो गया था जो आज तक नही बन पाया है जिसके कारण बैठनें में दिक्कत के साथ बच्चों को पढाई में काफी परेशानी हो रही है l इस स्कूल में पहली कक्षा से पांचवी तक 159 बच्चे अध्ययन रत है किस तरह से यहां पढा़ई कर रहे है ये देखा जा सकता है l
स्कूल के शिक्षकों नें बताया कि बैठक व्यवस्था में बहुत दिक्कत हो रही है पांच क्लास है छोटे बच्चों को आफिस में और एक क्लास में कंबाईंड बैठा रहे है बडें बच्चे बाहर बैठ कर पढ़ रहे है बीईओ और डीईओ को इससे अवगत करा चुके है l जबकि कोटा बीईओ आफिस से महज दो किलोमीटर दूर है स्कूल लेकिन बीईओ नें संज्ञान तो लिया लेकिन इस ओर ध्यान नही दिया l लोगों नें कहा साहब ध्यान देते तो आज आठ माह बाद भी वही स्थिति नही रहती l
शेड उखडने की जानकारी से कई बार जिम्मेदारों को इससे अवगत भी कराया गया था और अधिकारीयों नें स्कूल का निरिक्षण भी किया लेकिन आज तक सुधार नही करवा पाए l
पिछले आठ माह से जर्जर स्कूल को जिम्मेदार अधिकारी नही सुधरवा पाए तो आप समझ सकते है जहां किसी नेता मंत्री के लिए रातों रात सड़के हेलीपेड अन्य आवश्यक्ताओं की व्यवस्था तुरंत हो जाती है लेकिन दुसरी तरफ जहां देश के भविष्य तैयार हो रहे उनके शिक्षा के मंदिर की अव्यवस्था को पिछले आठ माह बाद भी अधिकारी सही नही कर पाए ये सबसे बडा़ सवाल है l जनप्रतिनिधियों को भी इसकी जानकारी है लेकिन ऐसा लगता है उन्होने भी इस ओर ठोस पहल नही की अगर की होती तो एक दो माह में ही आवश्यक सुधार हो जाता l
इस मामले में कोटा एसडीएम पीयुष तिवारी नें कहा कि मूझे कल ही इसकी जानकारी मिली है नगरपंचायत सीएमओ और सब इंजीनियर को इसकी जांच कर इस्टीमेट तैयार कर एक सप्ताह के अंदर देने कहा गया है उसके बाद शासन को भेजा जाएगा l