तेज़ बारिश और आंधी- तूफान के कारण ईट की दीवार गिरी
@kuldeep sharma कोटा – पिछले कई दिनों से पथर्रा में बिना जनसुनवाई के कोलवासरी खोलने और अवैध निर्माण व आदिवासीयों की जमीन की खरीद फरोक्त के विरोध में ग्रामीण लामबंद है और धरने पर बैठे हुए थे कल मौसम बिगड़ने एवं तेज आंधी तूफान की वजह से धरना पर बठे लोग दिवार गिरने से घायल हो गये एवं धरना स्थल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।
जिन्होंने पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से चोटिल लोगों कोटा (CHC) पहुंचाया गया एवं स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
धरने पर घायल हुए लोगों में आलोक गोस्वाम, अनुराग गोस्वामी , बजरहा केंवट, कमल गोंड, शंकर यादव , जिन्हे चोंटे आई है l
दस सूत्रीय मांगों को लेकर दस जून से शुरू हुआ था धरना – महावीर कोल वासरी की जनसुनवाई के लिए बनाई गई ईआईए रिपोर्ट समेत गांव के 53 ग्रामीणों से 52 एकड़ आदिवासी जमीन की खरीद फरोख्त की जांच समेत कुल दस सूत्रीय जांच की मांग को लेकर ग्रामीणों ने दस जून से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया था। ग्रामीणों यह भी आरोप लगाया था कि जिस जमीन पर कोल वासरी के मालिक द्बारा बाउंड्रीवाल और अन्य निर्माण कार्य बिना जनसुनवाई के शुरू किया गया है उसमें शासकीय और कोटवारी जमीन भी है।
वहीं देखा जाए तो कोलवासरी का लगातार क्षेत्र में विरोध होता आ रहा है उसके बाद भी शासन प्रशासन आंखे बंद किये हुए है इस ओर कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा lआने वाले समय में कोटा क्षेत्र भी कोल की गिरफ्त में पूरी तरह समा जाएगा अभी वर्तमान में चार कोल कंपनी अपना मायाजाल फैलाई हुई है जिनके रेक लगते है l हवा आंधी जब चलती है तब कोयले के डस्ट को उडते हुए देखा जा सकता है जिसका मंजर बडा ही भयावह प्रतीत होता है जो आने वाले समय में यहां के रहवासीयों के लिए स्वास्थगत काफी विपरित प्रभाव डालेगा l