यह आस्था का पवित्र सरोवर है नगर पंचायत को संज्ञान लेना चाहिए
@kuldeep sharma कोटा – आपको बताते चलें कि नगर का एक मात्र पवित्र और आस्था का केंद्र माने जाने वाले कोटसागर तलाब में प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में महाशिवरात्रि पर श्रद्धालु डुबकी लगाते है और कोटेश्वव मेले में बाहर से आए व्यापारीयों की पूरी निस्तारी भी इसी सरोवर से होती है कुछ लोग पानी पीने के उपयोग में भी लेते हैl और सावन मास में भी मंदिर में पूजा के साथ जलाअभिषेक भी किया जाता है और लोगों की दैनिक निस्तारी भी होती है लेकिन अब ऐसे पवित्र जलाश्य को दूषित किया जा रहा है l
अब कोटसागर सरोवर को घरो की नाली का दूषित पानी बहाकर प्रदुषित किया जा रहा है इस तालाब में बकायदे पक्की नालियों को बना कर इस पवित्र तालाब में घरों का गंदा पानी मल मूत्र,अवसिस्ट पदार्थ छोड़ा जा रहा है।कई कच्ची नालियों के माध्यम से भी गंदा पानी इस कोट सागर तालाब में छोड़ कर इस के पवित्र जल को दूषित किया जा रहा है,
इसकी जानकारी इस मुहल्ले के नागरिकों सहित जनप्रतिनिधियों, और कुछ अधिकारियों को भी है,परंतु इस गंदे पानी को कोटसागर तालाब में जाने से रोकने के लिए अभी तक किसी ने पहल नही की। इससे धार्मिक आस्था भी आहात हो रही है
इस बारें में जब नगर पंचायत के सीएमओ एस एस खूंटे से बात की गई उनका कहना है कि पक्की नाली का निर्माण हुआ है जानकारी में है लेकिन इसकी दुसरी व्यवस्था देखना पडेगा इसे दिखवाता हूं l
बहरहाल नगर के नेता व जनप्रतिनिधियों को भी इस ओर ध्यान रखना चाहिए और इसे स्वच्छ बनाने की ओर कदम बढाते हुए पहल करनी चाहिए और घरों की नालियों के गंदे पानी को दुसरी तरफ डायवर्टेड करने की व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए l
तलाबों के स्वच्छता की बातों पर तत्कालिन एसडीएम आशुतोष चतुर्वेदी जी की पहल का ख्याल आता है कि कैसें उन्होनें कोटा में तलाबों के जिर्णोद्धार गहरीकरण साफ सफाई पर नगरवासीयों के साथ खडे़ रहकर विशेष रूप से इस ओर ध्यान दिया था l कोटा से उनका ट्रांसफर होने के बाद फिर यहां तलाबों के जिर्णोद्धार के कार्य नही हुए l एक जिम्मेदार अधिकारी के रूप में नगरवासी उन्हे याद करते है l