सरपंच और सचिव से होगी चौबीस लाख सत्तर हजार की वसूली
वित्तीय अनिमितता 2022 के मामले में कोटा
एसडीएम कार्यालय से निकला नोटिस 13 अगस्त को पेशी के पहले राशि जमा करने का आदेश ।
इस मामले में ही सचिव दुर्जन हो चुका है सस्पेंड
@kuldeep sharma कोटा- जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली पंचायतों में किस कदर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है जानकर आपके होश उड़ जाएंगे सरपंच सचिव मिलकर घोटाला कर बडी़ राशि का बंदरबांट किये मामला उजागर होने के बाद अब रिकवरी की कार्यवाही होगी l
आपदा में अवसर कोराना काल का फायदा उठाकर किया था लाखों का भ्रष्टाचार ,, मामला खुलने के बाद हुई थी जांच
ये पूरा मामला कोटा जनपद पंचायत के ग्राम करगीखुर्द पंचायत का है जहां महिला सरपंच और तत्कालिन सचिव दुर्जन साहू नें सज्जनता पूर्वक चौबीस लाख सत्तर हजार दो सौ छियालिस रूपयों की बंदरबांट करी थी l आर्थिक अनियमितता की शिकायत लगातार उच्च अधिकारियों से हुई , इसके बाद 2022 मंे इस पंचायत के पूरे मामले की जांच करवाई गई जिसमें जांच टीम ने पंचायत के सचिव दुर्जन साहू और सरपंच नंदनी यादव को दोषी पाया और 24 लाख 70 हजार 246 रूपए की आर्थिक अनियमितता पाई ।
इस जांच के बाद अब एसडीएम कार्यालय कोटा से एक आदेश जारी हुआ है जिसमें करगी खुर्द के तत्कालिन सचिव दुर्जन साहू और सरपंच श्रीमती नंदनी यादव को 13 अगस्त 2024 के पहले समस्त राशि जनपद पंचायत कोटा में जमा करने के साथ ही पेशी तारीख को उपस्थित होने को कहा गया है अन्यथा उनके उपर छ.ग. पंचायत अधिनियम 1993 की धारा 92 की उपधारा 2 के तहत शासकीय धनराशि गबन के लिए सिविल जेज में परिरूद्ध रखने की कार्यवाही की जाएगी ।
इस पूरे मामले में जनपद पंचायत सीईओ युवराज सिन्हा का कहना था – पंचायत की शिकायत के बाद जांच हुई थी जिसमें कई अनियमितताएं सामने आई थी । मामला एसडीएम कार्यालय कोटा में है वहीं से आदेश निकला है आगे नियमानुसार कार्यवाही होगी ।
बहरहाल ये पहला पंचायत नहीं है जहां ऐसी अनियमितता हुई है ,ऐसे कई पंचायत है जहां भारी घालमेल हैं यदि निष्पक्ष जांच हो तो शासन को करोड़ों रूपए वापस मिल सकते हैं । हम अपने अगले अंक में एक और पंचायत के घोटाले की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की जाएगी ।