कोटा बीएमओ गैरजिम्मेदार ,, स्वास्थ अमला लापरवाह – अटल श्रीवास्तव
kuldeep sharma कोटा – कोटा ब्लाक के पटैता के कोरी पारा में शुक्रवार को टीकाकरण हुआ और शनिवार को दो मासूम बच्चों के मौत की खबर आने से स्वास्थ विभाग के साथ पूरे क्षेत्र में हडकंप मच गया यह दुखद घटना का कारण जानने जिम्मेदार लोग कोशिश में लगे हुए है l
इस घटना के बाद आज कांग्रेस की पांच सदस्यी टीम पटैता के कोरीपारा पहुंची । गांव में पीड़ित परिवार से पूरे मामले की जानकारी के बाद कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव , मस्तुरी विधायक दिलीप लहरिया , बिलासपुर के पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय , जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी कोटा ब्लाक अध्यक्ष आदित्य दीक्षित और बीना मसीह एवं कांग्रेस कार्यकर्ता कोटा अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने कोटा बीएमओ के साथ ही पटैता में वैक्सिनेशन करने वाली कार्यकर्ता से भी बात की । और पीडित परिवार के प्रति सहानूभूति व्यक्त की l
रेस्ट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूरे मामले पर विस्तार से बात की । विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि मामला काफी संवेदनशील और गंभीर है । स्वास्थ्य विभाग को जानकारी के बाद भी उन्होंने पूरे मामले में गंभीरता नहीं दिखाई जबकि घटना के बारे में जानकारी होते ही यहां के स्वास्थ्य अमले को सक्रीय हो जाना था ।
हमारी सरकार की प्राथमिकता रही रोटी कपडा़ और मकान के साथ ही स्वास्थ सेवा पे हमने ध्यान दिया l
विधायक ने कहा कि कोटा विधानसभा में लगातार स्वास्थ्य की काफी समस्याएं सामने आ रही है । कोटा बीएमओ काफी लापरवाह नजर आए जिस दिन बच्चे की मौत हुई उसी दिन सबसे पहलें परिजनों नें एवं ब्लाक अध्यक्ष नें उनको जानकारी दी उसके बाद भी वह वहां नही पहुंचे बीएमओ का गैरजिम्मेदाराना रवैय्या सामने आया l पोस्टर्माटम होना था लेकिन जब परिवार वाले बच्चे को लेकर आए तो स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें उल्टे पैर वापस कर दिया अब पोस्टमार्टम की बात कह रहे हैं जिसे परिवार वालों ने नकार दिया है ।
बहरहाल इस दुखद घटना के बाद इतना तो समझ आ रहा है कि कोटा विकसखंड में स्वास्थ्य सेवाएं सिफर ही हैं । टेंगनमाड़ा में मलेरिया से दो बच्चों की मौत के बाद बेलगहना में एक बच्चे की मौत स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से हो चुकी है और इसके बाद कल दो नवजात शिशुओं की मौत ने एक बहुत बड़ा सवाल पैदा कर दिया है कि क्या कोटा के हिस्से में सिर्फ मौत ही आएगी । कोटा विधायक संजीदा व्यक्ति है और कोटा के स्वास्थ्य विभाग और यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की जिम्मेदारी अब उन्हें उठानी होगी ।