नवरात्र के पर्व पर बडीं संख्या में दर्शन को पहुंच रहे श्रद्धालु ..
चैतुरगढ़ की पहाडी अपने प्राकृतिक सुदंरता के लिए प्रसिद्ध है ..
मंदिर ट्रस्ट रोजाना श्रद्धालुओं को भंडारा करा रहा..
धर्म डेस्क – शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर पूरा देश भक्तिमय हो गया है. छत्तीसगढ़ में भी देवी की आराधना की जा रही है. देवी के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ी है.डोंगरगढ़ से लेकर दंतेश्वरी तक महामाया से लेकर चंद्रहॉसिनी मंदिर तक जहां देखों माता के भक्त नजर आ जाएंगे. हम आपको चैतुरगढ़ की मातारानी के दर्शन कराने जा रहे हैं. जो महिषासुर मर्दनी नाम से जानी जाती हैं l कल पंचमी तिथी को माता के दरबार में भक्तों की भीड़ रही l
चैतुरगढ़ की पहाड़ी अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शीतलता के लिए पूरे देश में जाना जाता है. यही वजह है कि इस पहाड़ी को छत्तीसगढ़ का कश्मीर भी कहा जाता है.लेकिन एक और चीज इस स्थान को पहचान दिलाती है. ये स्थान है मां महिषासुर मर्दनी का मंदिर l नवरात्रि के अवसर पर माता के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं.माता की महिमा ऐसी है कि पड़ोसी राज्यों से भी भक्त अपनी मुराद पूरी होने पर पुन: आते है. चैतुरगढ़ की पहाड़ी अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं. यह रोमांच पैदा करती है.कई प्रकार के जंगली जानवर और पक्षी यहां आते हैं. मंदिर ट्रस्ट ने पर्यटकों के लिए यहां कुछ कमरे भी बनाए हैं l
पाली लाफा में इस साल मां महिषासुर मर्दनी मां महामाया चैतुरगढ़ में शारदीय नवरात्रि पर्व पर भक्तजनों का तांता लगा हुआ है. माता के दर्शन के लिए बच्चे बूढ़े ऊंचे पहाड़ पर मौजूद माता के दर्शन करने आ रहे हैं l
मंदिर समिति रोजाना श्रद्धालुओं को भंडारा करा रही है भव्य रूप में नौ दिनो तक भंडारा चलेगा जिसमें हजारों भक्त इसका लाभ उठा रहे है और माता की कृपा के पात्र बन रहे है l
वहीं भक्तों ने मनोकामना पूरी होने के लिए ज्योति कलश की स्थापना हुई है तेल ज्योति कलश 920 घृत ज्योत कलश 80 एवं ज्वारा कलश 600 स्थापित हुए है l